रिटायरमेंट के बाद नियमित और सुरक्षित आय की तलाश कर रहे वरिष्ठ नागरिकों के लिए केंद्र सरकार की पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) एक बेहद भरोसेमंद विकल्प बन चुकी है। यह योजना न सिर्फ सरकारी गारंटी के साथ आती है, बल्कि इसमें मिलने वाली ब्याज दर भी अन्य बचत योजनाओं से कहीं अधिक है। इस स्कीम के माध्यम से बुजुर्गों को हर महीने एक निश्चित आय प्राप्त होती है, जिससे उन्हें आर्थिक स्थिरता और आत्मनिर्भरता मिलती है।
30 लाख के निवेश पर हर महीने ₹20,500 तक की सुनिश्चित आय
Senior Citizen Saving Scheme 2025 के तहत निवेशक अधिकतम ₹30 लाख तक का निवेश कर सकते हैं। इस राशि पर उन्हें हर महीने लगभग ₹20,500 रुपये की ब्याज आय प्राप्त होती है। यानी यह स्कीम वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक स्थायी मासिक पेंशन जैसी सुविधा प्रदान करती है। खास बात यह है कि यह आय पूरी तरह सरकारी गारंटी के तहत आती है, जिससे निवेश में किसी प्रकार का जोखिम नहीं होता।
2025 में ब्याज दर 8.2% सालाना तय, टैक्स में भी राहत का मौका
वित्त मंत्रालय द्वारा घोषित ब्याज दर के अनुसार, SCSS पर 2025 में 8.2% सालाना ब्याज दिया जा रहा है, जिसकी गणना त्रैमासिक आधार पर की जाती है और भुगतान मासिक रूप में किया जाता है। साथ ही, इस योजना में किए गए निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की टैक्स छूट भी उपलब्ध है। यह सुविधा वरिष्ठ नागरिकों के लिए डबल फायदा देती है – नियमित आय और टैक्स सेविंग।
निवेश की अवधि 5 साल, रिन्यूअल की सुविधा भी उपलब्ध
पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम की कुल अवधि 5 वर्ष की होती है। योजना की परिपक्वता (maturity) पर निवेशक चाहे तो इसे 3 वर्ष के लिए और रिन्यू करा सकते हैं। इससे बुजुर्गों को लंबे समय तक स्थिर ब्याज आय का लाभ मिलता रहता है।
कौन कर सकता है निवेश? जानिए पात्रता के नियम
यह स्कीम विशेष रूप से रिटायर हुए नागरिकों के लिए बनाई गई है।
सामान्य वरिष्ठ नागरिक जिनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है, निवेश कर सकते हैं।
VRS (Voluntary Retirement) लेने वाले 55 से 60 वर्ष के बीच के व्यक्ति भी पात्र हैं, बशर्ते वे सेवानिवृत्ति के एक महीने के भीतर निवेश करें।
रक्षा सेवा से रिटायर अधिकारी, जो 50 वर्ष या उससे अधिक आयु के हैं, इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
ध्यान दें कि NRI (अनिवासी भारतीय) और HUF (हिंदू अविभाजित परिवार) को इस योजना में निवेश की अनुमति नहीं है।
ऐसे खोलें अपना SCSS खाता – आसान और सुरक्षित प्रक्रिया
वरिष्ठ नागरिक अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक शाखा में SCSS खाता आसानी से खोल सकते हैं। आवेदन के लिए उन्हें आधार कार्ड, पैन कार्ड, जन्मतिथि प्रमाण पत्र और पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत होगी। आवेदन फॉर्म भरने और ₹1,000 की न्यूनतम जमा राशि जमा करने के बाद खाता तुरंत सक्रिय कर दिया जाता है और पासबुक जारी की जाती है।
ब्याज पर कर से राहत – वरिष्ठ नागरिकों के लिए बड़ा फायदा
SCSS से प्राप्त ब्याज आय कर योग्य होती है, लेकिन यदि किसी वरिष्ठ नागरिक की कुल ब्याज आय ₹50,000 से कम है, तो वे फॉर्म 15H जमा करके TDS (Tax Deduction at Source) से बच सकते हैं। इस प्रावधान के कारण उन्हें पूर्ण ब्याज राशि मिलती है और मासिक आय पर किसी प्रकार की कर कटौती नहीं होती।
निष्कर्ष
पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) उन रिटायर्ड नागरिकों के लिए एक आदर्श योजना है जो अपने भविष्य को सुरक्षित रखना चाहते हैं। सरकारी गारंटी, आकर्षक ब्याज दर, टैक्स में छूट और मासिक आय जैसी सुविधाओं के कारण यह स्कीम बुजुर्गों के लिए एक स्थायी आर्थिक सहारा बन चुकी है।
